लोगों को अक्सर ही वित्तीय आपातकाल में ऋण लेना पड़ जाता है, जिसके लिए वह बाजार में मौजूद बैंक या विभिन्न प्रकार के ऋणदाताओ से ऋण ले लेते है| ऋण संस्थाए कई तरह के ऋण जैसे:- गृह ऋण, पर्सनल लोन, कार लोन व अन्य कई ऋण देती है| आप किस तरह का ऋण लेते है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आप EMI द्वारा ब्याज सहित ऋण चुकाने के लिए बाध्य हो जाते है| आपको मासिक किश्तों द्वारा पूरी ऋण राशि को समय से चुकाना होता है| लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है, कि ऋण लेने वाला व्यक्ति अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण ऋण चुका पाने में सक्षम नहीं होता है|
वह ऋण राशि जिसे चुका पाने में ऋण लेने वाला व्यक्ति विफल रहता है, उसे बकाया अतिदेय ऋण (Overdue Loan) कहते है| इस अतिदेय ऋण पर बैंक कुछ पेनल्टी चार्ज भी लगाती है| अगर आपने भी बैंक ऋण लिया हुआ है, और आप उसे चुकाने में विफल रहते है, तो यहाँ पर आपको Bank Loan Overdue Penalty Charges & Notice Format in Hindi की जानकारी दे रहे है|
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बैंक लोन ओवरड्यू क्या है (Bank Loan Overdue)
बैंक लोन ओवरड्यू राशि वह राशि है, जिसका भुगतान नियत तारीख के बाद भी नहीं किया जाता है| बैंक लोन ओवरड्यू को आप ऐसे समझ सकते है, कि मान लीजिए किसी ग्राहक को 9,000 रूपए की EMI का भुगतान किसी विशेष तिथि पर करना है| लेकिन वह नियत तारीख हो जाने पर भी ग्राहक EMI का भुगतान करने में विफल रहता है, तो ऐसी राशि को ऋण अतिदेय राशि कहते है| ऐसी स्थिति में ऋणदाता ग्राहक से अतिदेय ब्याज दर वसूलना शुरू कर देता है| इस तरह से अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक EMI का भुगतान करने में चूक करता है, तो उसकी भुगतान राशि पर अतिरिक्त ब्याज और विभिन्न दंड के कारण ऋण की अतिदेय राशि अधिक हो जाती है| व्यक्तिगत ऋण के मामले में ऋण का भुगतान देर से करने पर बैंक सामान्य तौर पर बैंक लोन ओवरड्यू पेनल्टी चार्ज 2% प्रति माह लेता है|
बैंक लोन ओवरड्यू पेनल्टी चार्ज सभी ऋणों के मामले में एक जैसी रहती है, क्योकि सभी ऋणों को समय पर चुकाना होता है| हालाँकि ब्याज दर के अनुसार जुर्माना शुल्क राशि एक-दूसरे ऋणदाता से भिन्न हो सकती है| बैंक लोन ओवरड्यू वित्तीय जीवन पर काफी प्रभाव डालता है, जिसकी जानकारी आपको नीचे दी जा रही है|
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बैंक लोन ओवरड्यू पेनल्टी चार्ज क्या है (Bank Loan Overdue Penalty Charge)
किसी भी तरह के लिए गए लोन के लिए निर्धारित तिथि पर EMI जमा करना जरूरी होता है| लेकिन कई बार ऋण लेने वाला व्यक्ति EMI का भुगतान करने से चूक जाता है, जिस वजह से उसको ओवरड्यू पेनल्टी चार्ज देना होता है| यह बैंक लोन ओवरड्यू पेनल्टी चार्ज सरकारी व निजी बैंक में अलग-अलग है| अगर आपने सरकारी बैंक से लोन लिया है, तो समय से क़िस्त न चुकाने पर 500 रूपए पेनल्टी चार्ज लगाया जाता है, वही अगर आपने निजी बैंक से लोन लिया है, तो पेनल्टी चार्ज के रूप में 1,000 रूपए देने होते है|
बैंक लोन ओवरड्यू का क्रेडिट रिपोर्ट व समग्र वित्त पर प्रभाव (Bank Loan Overdue Impact on Credit Report and Overall Finances)
किसी भी तरह का लोन लेने वाले व्यक्ति को यह सलाह दी जाती है, कि वह अपने किसी भी लोन की EMI का भुगतान समय पर करे, क्योकि अगर आप एक भी EMI चुकाने में चूक करते है, तो यह आपके वित्तीय जीवन पर काफी प्रभाव डालता है| ऋण राशि अतिदेय होने पर बैंक ऋण धारक पर कई तरह से प्रभावित है, जिनमे से कुछ प्रभावों के बारे में आपको बेहतर ढंग से समझाया जा रहा है:-
लोन ओवरड्यू का क्रेडिट रिपोर्ट पर प्रभाव:- लोन ओवरड्यू क्रेडिट स्कोर को काफी प्रभावित करता है| मान लीजिए किसी व्यक्ति ने 20 वर्ष के लिए लोन लिया है, और वह अपनी EMI समय से चुका रहा है, लेकिन 2 वर्ष पश्चात् किसी वित्तीय तनाव या स्थिति के कारण ग्राहक पहली बार EMI को समय पर भरने में असमर्थ रहता है, तो ऐसे में ऋणदाता आपके लेन-देन की रिपोर्ट कई क्रेडिट ब्यूरो को भेजता है, जिसके बाद क़िस्त में कोई भी चूक आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दिखाई देने लगती है|
एक माह की चूक क्रेडिट रिपोर्ट को उतना प्रभावित नहीं करती है, लेकिन अगर 3 माह से आप लगातार EMI को मिस कर रहे है, तो उसे गैर-निष्पादित परिसंपत्ति की श्रेणी में गिना जाएगा, और आपके क्रेडिट रिपोर्ट को डिफाल्ट दिखाया जाएगा| इस तरह से यह आपके क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव प्रभाव डालता है|
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लोन ओवरड्यू के लिए दंडात्मक ब्याज दर:- किसी भी व्यक्ति को ऋण लेने से पहले अच्छी तरह से पुनर्भुगतान की रणनीति को सुनिश्चित कर लेना चाहिए| क्योकि लोन ओवरड्यू राशि से क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है| इसी तरह से अगर आप ऋण EMI का भुगतान करने में चूक करते है, तो आपको ऋणदाता द्वारा लगाए गए, दंडात्मक ब्याज दर का भुगतान करना होगा|
दंडात्मक ब्याज दर का इस बात से कोई लेना-देना नहीं है, कि EMI की चूक एक महीने के लिए हुई है या एक से अधिक महीने के लिए आपको दंडात्मक ब्याज का भुगतान करना ही पड़ेगा| इस दंडात्मक ब्याज को मासिक ऋण की अतिदेय राशि पर लगाते है| डिफाल्टर को प्रति माह ऋण राशि पर 2% अलग से जुर्माना देना होता है|
लोन ओवरड्यू से सुरक्षा की हानि:- अगर आपने सिक्योर्ड लोन जैसे:- संपत्ति, गोल्ड, म्युचुअल फंड, बांड या शेयर पर ऋण लिया लिया है, तो ऋण अतिदेय की स्थिति में आपकी सुरक्षा की हानि हो सकती है| उदाहरण:- सुरक्षित ऋण के मामले में लोन ओवरड्यू होने पर उसे गैर-निष्पादित परिसंपत्ति की श्रेणी में रखा जाता है| यदि लोन ईएमआई पिछले 3 महीने से नहीं जमा की गई है, तो ऐसे मामले में ऋणदाता द्वारा ग्राहक को अतिदेय राशि के संबंध में 60 दिन का नोटिस भेजा जाता है|
यदि इस नोटिस अवधि में भी कोई व्यक्ति ऋण राशि को नहीं चुकाता है, तो ऐसे में ऋणदाता को आपके द्वारा सुरक्षित रखी गई संपत्ति को बेचने की स्वतंत्रता होती है| लेकिन यहाँ पर एक और बात को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है, कि ऋणदाता को नीलामी से पहले ग्राहक को एक और 30 दिन का नोटिस भेजना होता है| इस नोटिस में ग्राहक को उसकी नीलाम की जाने वाली संपत्ति का विवरण जैसे:- संपत्ति का मूल्य, नीलामी का समय और तारीख लिखी होती है|
यदि ग्राहक को यह लगता है, कि उसकी संपत्ति का मूल्यांकन कम किया जा रहा है, तो वह नीलामी को चुनौती दे सकता है| नीलम की गई वस्तु से अतिदेय राशि को वसूलने के बाद ऋणदाता को अतिरिक्त धन राशि ग्राहक को वापिस करना होता है|
बैंक लोन ओवरड्यू होने पर क्या करे (Bank Loan is Overdue)
ग्राहक का बैंक लोन ओवरड्यू हो जाने पर उसे सबसे पहले अपने ऋणदाता से संपर्क करना चाहिए| ऋणदाता से संपर्क कर आप उसे अपनी स्थिति के बारे में बताएं, और EMI को भरने में होने वाली असमर्थता की जानकारी दे| ऐसे में ऋणदाता ग्राहक को विस्तारित अवधि पेश कर सकता है, ताकि बिना किसी परेशानी के ऋण चुकाया जा सके| इसलिए जैसे ही आपको नोटिस प्राप्त हो, आप ऋणदाता से संपर्क कर सामान्य आधार ढूंढ़ने का प्रयास करे|
ऐसी स्थिति सामान्य तौर पर तब उत्पन्न होती है, जब ऋणदाता को यह लगता है, कि ग्राहक लोन की अतिदेय राशि को चुकाने में असमर्थ है| ऐसे में एक बेहतर सुविधाजनक राशि को चुनना होगा, जिसका भुगतान करने के लिए ग्राहक सहमत हो| लेकिन ग्राहक को यह भी याद रखना चाहिए, कि ऋण राशि का एकमुश्त निपटान करने पर उसकी क्रेडिट रिपोर्ट में सेटलमेंट दिखाई देगा|
यह निपटान राशि आपके क्रेडिट स्कोर को कम कर सकती है, और नहीं भी| लेकिन भविष्य में जब आप असुरक्षित ऋण लेना चाहेंगे, तो ऋणदाता आपके क्रेडिट रिपोर्ट में सेटलमेंट का टैग देखकर आपके ऋण आवेदन को अस्वीकार कर सकता है| इसलिए ऋण लेने वाले ग्राहकों को यह सलाह दी जाती है, कि वह एकमुश्त निपटान को अपना अंतिम उपाए समझे|
जब आप अपने ऋण की अतिदेय राशि को चुकाने के लिए सभी तरीके आजमा चुके हो, तभी एकमुश्त निपटान का ऑप्शन चुने| कुछ ऋणदाता ग्राहकों को लोन ओवरड्यू राशि को चुकाने के लिए पर्सनल लोन भी देते है| लेकिन इस लोन को आप पुनर्भुगतान क्षमता के अनुसार ही चुनें, क्योकि यह आपके अतिदेय राशि का भुगतान करने के लिए एक अतिरिक्त ऋण है, जिसे सही समय पर चुकाकर आप अपना क्रेडिट स्कोर भी सुधार सकते है|
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क्या लोन ओवरड्यू होने पर क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है?
हां, लोन ओवरड्यू होने पर बैंक क्रेडिट ब्यूरो को आपकी नेगेटिव रिपोर्ट भेजता है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर काफी प्रभावित हो सकता है|
बैंक कितनी EMI न चुकाने पर अतिदेय शुल्क लेता है?
अगर आप अपने लोन की कोई भी एक EMI को समय पर नहीं चुकाते है, तो आपकी अतिदेय राशि पर पेनल्टी लगाई जाती है|
क्या अतिदेय राशि को चुकाने के लिए एक और लोन ले सकते है?
हां, कई बैंक और निजी संस्थाए है, जो अतिदेय राशि को चुकाने के लिए पर्सनल लोन देती है|
क्या अतिदेय राशि का भुगतान करने के लिए जिस लोन को लिया गया है, उससे क्रेडिट स्कोर सुधर सकता है?
हां, अगर आप अतिदेय राशि को चुकाने के लिए एक और लोन लेते है, और उस लोन की राशि को समय पर चुकाते है, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर में सुधार कर सकता है|