बैंक एक ऐसी वित्तीय संस्था (Financial Institution) है, जो लोगो का बैंक खाता खोलनें से लेकर उनके जमा धन पर ब्याज देने के साथ ही ऋण अर्थात लोन देने का कार्य करती है | हमारे देश में अधिकांश लोग मध्यम श्रेणी से ताल्लुक रखते है | ऐसे में उनके लिए घर बनाना या ख़रीदना, अपनें बच्चों को अच्छी शिक्षा देने और विभिन्न प्रकार की आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति करना काफी कठिन होता है | ऐसे में वह इन जरूरतों को पूरा करनें के लिए बैंक से ऋण लेने के बारें में सोंचते है, क्योंकि बैंक ही एक ऐसा माध्यम है जो उनकी आवश्यकताओं के अनुसार धन प्रदान कर सकता है |
हालाँकि ऐसा नही है, बैंक सिर्फ मध्यम श्रेणी के लोगो को ही लोन की सुविधा प्रदान करता है, बल्कि बड़े-बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी अपनें व्यवसाय के विस्तार हेतु बैंकों से लोन लेते है | आज भी हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग है, जिन्हें बैंक से लोन लेने के बारें में जानकारी नही है | बैंक से लोन कैसे लिया जाता है, योग्यता, डॉक्यूमेंट व शुल्क राशि के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी दी जा रही है |
Table of Contents
लोन क्या होता है (What Is Loan)
साधारण भाषा में लोन अर्थात ऋण एक ऐसी धनराशि होती है, जिसे एक निर्धारित समय में ब्याज के साथ वापस करनें के उद्देश्य से लिया जाता है | लोगो को ऋण के रूप में धनराशि देने का कार्य मुख्य रूप से बैंकों द्वारा किया जाता है अर्थात बैंक एक ऋण प्रदाता (Loan Provider) के रूप में कार्य करते हैं, जो ऋण के रूप में दी गयी धनराशि पर एक निश्चित दर से ब्याज वसूलते हैं |
सबसे खास बात यह है, कि लोन की राशि को एक निर्धारित समय अवधि में मासिक किश्तों (Monthly Installments) के रूप में जमा करना होता है और इन किश्तों में बैंक का ब्याज भी शामिल होता है | देश की प्रगति और व्यवसायिक क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा निर्धारित नीतियों द्वारा लोन के रूप में धन उधार देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है |
लोन अर्थात ऋण के प्रकार (Types Of Loan)
अक्सर लोग अपनी जरुरत के हिसाब से उन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किसी वित्तीय संस्था से लोन अर्थात ऋण लेने की आवश्यकता पड़ती है | ऐसे में वह किसी बैंक का चयन कर उस बैंक से लोन लेते है और ऋण के रूप में लिए गये धन को ब्याज सहित उस बैंक या वित्तीय संस्था को वापस कर देते है | ऐसे में हमारे लिए यह जानना आवश्यक है, कि आखिर लोन कितनें प्रकार के होते है? भारत में बैंकों द्वारा दिए जानें वाले लोन इस प्रकार है-
व्यक्तिगत या पर्सनल लोन (Personal Loan)
व्यक्तिगत या पर्सनल लोन विभिन्न बैंकों द्वारा दिया जानें वाला एक ऐसा ऋण है, जो उनके निजी कार्यों को पूरा करनें के लिए दिया जाता है | इस प्रकार के ऋण में ब्याज दर अधिक होती है | भारत में लगभग बैंकों द्वारा अपनें ग्राहकों को पर्सनल लोन की सुविधा प्रदान की जाती है | दरअसल व्यक्तिगत ऋण के रूप में बैंक से प्राप्त धनराशि को ग्राहक अपनी जरुरत के मुताबिक किसी भी कार्य के लिए कर सकता है |
गृह निर्माण या होम लोन (Home Loan)
होम लोन बैंकों द्वारा दी जानें वाली एक ऐसी सुविधा है, जिसके माध्यम से जरूरतमंद कस्टमर अपनें लिए नया घर खरीदनें या घर का निर्माण करनें के लिए बैंक से लोन के रूप में धनराशि प्राप्त कर सकता है | इस प्रकार के ऋण में लोगो को मासिक किस्तों में धन की वापसी करनी होती है, जिसमें ब्याज भी शामिल होता है |
शिक्षा या एजुकेशन लोन (Education Loan)
एजुकेशन लोन मुख्य रूप से छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करनें के लिए दिया जाता है | इस ऋण में कोर्स फीस, हॉस्टल फीस के साथ-साथ अन्य प्रकार के खर्चों को कवर करता है | दरअसल बैंक एजुकेशन लोन देने से पहले इस बात का आकलन कर लेती है, कि पढ़ाई पूरी होने के बाद छात्र ऋण का भुगतान कर सकता है अथवा नहीं । इस प्रकार का ऋण लेने के लिए एक गारंटर की आवश्यकता होती है, जो आपका कोई पारिवारिक सदस्य भी हो सकता है |
वाहन या व्हीकल ऋण (Vehicle Loan)
जब आप किसी प्रकार के वाहन खरीदनें के लिए बैंक से ऋण लेते है, तो इस प्रकार के ऋण को व्हीकल लोन के रूप में जाना जाता है | दरअसल बैंकों द्वारा व्हीकल ऋण फिक्स रेट पर दिया जाता है, यहाँ फिक्स रेट का मतलब जिस समय आप वाहन के लिए लोन ले रहे है, उस समय जो इंटरेस्ट रेट चल रहा है उसी के अनुसार आपको पूरे लोन का भुगतान करना होगा | इस प्रकार के ऋण में ब्याज दर पहले ही फिक्स कर दी जाती है और जब तक आप पूरे ऋण का भुगतान नहीं कर देते है, उस वाहन पर मालिकाना हक बैंक के पास होता है।
व्यवसायिक या बिजनेस ऋण (Business Loan)
भारत में बेरोजगारी की समस्या को कम करनें उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की स्कीमें चलायी जा रही है | इस योजनाओं के माध्यम से पात्र नागरिकों को अपना व्यवसाय शुरू करनें के लिए 50 हजार से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकते है | आपको बता दें, बिजनेस लोन में कई कटेगरी होती है, जिसमें उद्योग के आधार पर लोन दिया जाता है|
बैंक से लोन लेने हेतु आवश्यक दस्तावेज (Documents Required For Bank Loan)
बैंक से ऋण अर्थात लोन लेने के दौरान आपको विभिन्न प्रकार के दस्तावेजो को जमा करना आवश्यक होता है | हालाँकि यह डाक्यूमेंट्स आपके लोन के प्रकार पर निर्भर होते है, परन्तु कुछ दस्तावेज ऐसे होते है, जिनकी आवश्यकता सभी प्रकार के लोन में होती है, जो इस प्रकार है –
- पहचान का प्रमाण- आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र (इनमें से कोई एक)
- आवास प्रमाण पत्र – बिजली का बिल, पासपोर्ट, टेलीफोन बिल, ड्राइविंग लाइसेंस, गैस पाइपलाइन का बिल (इनमें से कोई एक)
- बैंक खातों का विवरण – आवेदक के सभी बैंक खातों का पिछले 6 माह के दौरान किये गये लेन-देन का विवरण
इसके आलावा आप जिस प्रकार के ऋण के लिए आवेदन कर रहे है, उसके अनुसार कुछ अन्य डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होगी | इस दस्तावेजो की जानकारी आपको बैंक द्वारा प्रदान की जाएगी |
बैंक से लोन कैसे लिया जाता है (How To Take Loan From Bank)
बैंक से ऋण लेने के लिए सबसे पहले आपको उस बैंक में संपर्क करना होगा, जिस बैंक से आप लोन प्राप्त करना चाहते है | बैंक आपके लोन लेने के उद्देश्य और उसे ब्याज सहित वापस करनें के लिए अपनें एक कर्मचारी को आपके घर भेजती है | इसका मतलब बैंक यह देखती है, कि आप तय समय में धन वापसी कर सकते है अथवा नहीं | इसके साथ ही आपकी आय का स्त्रोत क्या है आदि |
बैंक पूरी तरह से सहमत होनें के बाद ही आपको ऋण देने हेतु अग्रिम कार्यवाही की जानकारी देती है | बैंक द्वारा आपको ऋण दिए जानें का निर्णय बैंक मेनेजर द्वारा निर्धारित किया जाता है | यदि किसी करणवश बैंक आपको ऋण नहीं देना चाहती है, तो इसके लिए आप बैंक को बाध्य नहीं कर सकते |